|| वेद कहता है मानव बनो, कुरान कहता है मुस्लमान बनो || तन्तुं तन्वन रजसो भानुमिन्विहि, ज्योतिष्मतः पथो रक्ष धिया कृतान | अनुल्बणं वयत जोगुवामपो, मनुर्भव जनया दैव्यं जनम् ||
|| वेदो अखिलो धर्म मूलम् || वेद ही अखिल विश्व के धर्म का आदि मूल है | आयें हम मानव कहलाने वाले जरा विचार करें, आज धरती पर जितने
https://youtu.be/ftTIP5VOPxA अप दुनिया के लोग भी इसे कुरान से देखें | مَّن ذَا الَّذِي يُقْرِضُ اللَّهَ قَرْضًا حَسَنًا فَيُضَاعِفَهُ لَهُ أَضْعَافًا كَثِيرَةً ۚ وَاللَّهُ يَقْبِضُ وَيَبْسُطُ وَإِلَيْهِ تُرْجَعُونَ [٢:٢٤٥]
https://youtu.be/k4amIf9FjSc
||सृष्टि उत्पत्ति व,धर्म वेदसे,हटते हटते,मतों का जन्म,भाग 12 || धर्मिक कृत्य और मन्तव्यों की उपयुक्त समानताओं के अतिरिक्त कुछ अन्य छोटो छोटी बातों में भी सदृश्य है, उन्हें भी देखते
सृष्टि विषय,व धर्म का आदि स्रोत वेद से है= भाग 11 1 = जीवन दुःखमय है, 2 =दुःख का कारण ईच्छा व तृष्णा है, 3 =तृष्णा के नाश से दुःख